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राजस्थान के सूती वस्त्र उद्योग
वर्तमान समय में चीन सूती वस्त्र के उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान रखता है।
सूती कपड़ों के लिए इंग्लैण्ड का मैनचेस्टर शहर प्रसिद्ध है।
शंघाई को चीन का मैनचेस्टर कहा जाता है।
जापान का मैनचेस्टर ओसाका को कहा जाता है।
भारत का मैनचेस्टर अहमदाबाद को कहा जाता है।
उत्तरी भारत का मैनचेस्टर कानपुर को कहा जाता है।
दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कोयम्बटुर को कहा जाता है।
'राजस्थान का मैनचेस्टर' भीलवाड़ा को कहा जाता है।
'नवीन मैनचेस्टर' के नाम से भिवाड़ी (अलवर) को जाना जाता है।
कलकत्ता में भारत की प्रथम सूती मील 1818 में खोली गई।
राजस्थान का सबसे प्राचीन एवं सुसंगठित उद्योग सूती वस्त्र उद्योग है।
राजस्थान की प्रथम सूती वस्त्र मिल 'दी कृष्णा मिल्स लिमिटेड' की स्थापना 1889 में सेठ दामोदार दास राठी व श्याम जी कृष्ण वर्मा ने ब्यावर में की।
'दी कृष्णा मील ब्यावर' कार्यशील हथकरघों की दृष्टि से सबसे बड़ी सूती वस्त्र मिल है। • राजस्थान में सबसे बड़ी सूती वस्त्र मील 'उम्मेद मिल्स' पाली में है।
राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवम्बर 1956 को आया, इस समय राज्य में 7 सूती वस्त्र मीलें थी।
वर्तमान में राज्य में 23 सूती वस्त्र मिलें स्थापित है।
राज्य में सूती मिलों को तीन भागों में विभाजित किया गया है -
* सार्वजनिक क्षेत्र की सूती मिलें
1. एडवर्ड मिल्स (ब्यावर)-1906
2. श्री महालक्ष्मी मिल्स (ब्यावर)-1925
3. श्री विजय कॉटन मिल्स (विजयनगर)
* सहकारी क्षेत्र की मिलें
1. राजस्थान सहकारी कताई मिल लि.- गुलाबपुरा (भीलवाड़ा)।
2. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल लि.- हनुमानगढ़।
3. गंगापुर सहकारी कताई मिल लि.- गगापुर (भीलवाड़ा)।
राजस्थान के चीनी उद्योग
राजस्थान में सर्वप्रथम चीनी मील चितौड़गढ़ जिले के भोपाल सागर नामक नगर में 'मेवाड़ शुगर मील' के नाम से सन 1932 में निजी क्षेत्र में खोली गई।
चीनी बनाने का दूसरा कारखाना सन् 1937 में गंगानगर में 'गंगानगर शुगर' मिल्स के नाम से प्रारंभ किया गया।
1956 से 'गंगानगर शुगर मिल्स' सार्वजनिक क्षेत्र में आ गई है।
चुकन्दर से चीनी बनाने के लिए श्रीगंगानगर शुगर मिल्स लिमिटेड में एक योजना 1968 में आरंभ की गई थी।
दी गंगानगर शुगर मील को वर्तमान में करणपुर के कमीनपुरा गाँव में स्थापित किया जाएगा।
दी गंगानगर शुगर मिल्स' शराब बनाने का कार्य भी करती है।
अजमेर, अतरू (बारा), प्रतापगढ़ तथा जोधपुर में भी इसके केंद्र है।
रॉयल हैरिटेज लिकर, केसर कस्तुरी ब्राण्ड' गंगानगर शुगर मील की उच्च गुणवत्ता वाली शराब है।
1965 में बूंदी जिले के केशोरायपाटन में चीनी मील सहकारी क्षेत्र में स्थापित की गई।
1976 में उदयपुर में चीनी मील निजी क्षेत्र में स्थापित की गई।
चीनी उद्योग के उत्पादन व दक्षता में वृद्धि करने के उद्देश्य से विद्यमान कानूनों में परिवर्तन का सुझाव देने के लिए वी.डी. महाजन समिति का गठन किया गया।
राजस्थान के सीमेन्ट उद्योग
सीमेंट उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान, भारत एक अग्रणी राज्य है।
राज्य में चितौड़गढ़ जिला सीमेंट उद्योग के लिए सबसे अनुकूल जिला है।
1904 में सर्वप्रथम समुद्री सीपियों से सीमेंट बनाने का प्रयास मद्रास (चैन्नई) में किया गया था।
राज्य में सर्वप्रथम क्लीक निकसन कम्पनी द्वारा 1915 में लाखेरी, बूंदी में सीमेंट संयंत्र स्थापित किया गया।
दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा सीमेंट कारखाना 'जयपुर उद्योग लि.' सवाई माधोपुर में स्थापित किया गया है, जो वर्तमान में बंद है।
जे.के.सीमेंट, निम्बाहेड़ा का कारखाना सर्वाधिक सीमेंट का कारखाना है।
सबसे कम उत्पादन क्षमता वाला श्रीराम सीमेंट, श्रीरामनगर , कोटा का कारखाना है।
सीमेंट की 'श्री सीमेंट कम्पनी' जो की ब्यावर में स्थित है।
यह उत्तरी भारत की सबसे बड़ी कम्पनी है।
सफेद सीमेंट का प्रथम उद्योग गोटन ( नागौर ) में स्थापित किया गया है।
सफेद सीमेंट के दो कारखाने गोटन (नागौर) तथा एक कारखाना खारिया खंगार, जोधपुर में स्थापित किया गया है।
गोल (चितौड़गढ़) में सफेद सीमेंट का चौथा कारखाना स्थापित किया गया है।
खारिया खंगार (जोधपुर) कारखाना राज्य में सफेद पीमेंट का सबसे बड़ा सीमेंट कारखाना बीडला कम्पनी द्वारा स्थापित है।
राज्य का सीमेंट उत्पादन की दृष्टि से भारत में प्रथम स्थान है।
पोर्टलैण्ड एवं पौजलाना ये दोनों सीमेंट की विशिष्ट किस्में है।
पोर्टलैण्ड सीमेंट का उत्पादन डी.एल.एफ. कम्पनी द्वारा किया जाता है।
राजस्थान में मिनी सीमेंट के कारखाने कोटपुतली, नीमकाथाना, हिंडौन सिटी, आबूरोड़ तथा बाँसवाड़ा में स्थापित किये गये है।
'मंगलम् सीमेंट संयंत्र' मोडक (कोटा) में, 1982 में स्थापित किया गया।
सवाई माधोपुर जिले में त्रिशूल छाप सीमेंट का निर्माण होता है।
चितौड़गढ़ में चेतक छाप सीमेंट का निर्माण होता है।
राजस्थान के काँच उद्योग
राजस्थान सिलिका उत्पादन की दृष्टि से हरियाणा के बाद देश में दूसरे स्थान पर है।
काँच उद्योग हेतु सीसा, सोडियम, सल्फेट, बा नु मिट्टी, सिलिका कच्च माल के रूप प्रयुक्त होते है।
राजस्थान के धौलपुर जिले में काँच उद्योग सर्वाधिक फैला हुआ है।
'दी हाई टैक्नीकल प्रोसीजन ग्लास वर्क्स' धौलपुर में स्थित है।
राज्य सरकार का यह उद्योग गंगानगर शुगर मील के लिए बोतल निर्माण करता है। वर्तमान में यह बंद है।
'धौलपुर ग्लास वर्क्स' धौलपुर में निजी क्षेत्र का उपक्रम है।
'सैम्कोर ग्लास इण्डस्ट्रीज" कोटा में स्थित है।
इस उद्योग में सेमसंग कम्पनी द्वारा पिक्चर ट्यूब का निर्माण किया जाता है।
'बॉश एण्ड लाम्ब लि.' कंपनी भिवाड़ी (अलवर) में स्थित है।
इस फैक्ट्री में लेंस गवं चश्मों का निर्माण किया जाता है।
सिरेमिक पार्क की स्थापना बीकानेर में की गई है।
राजस्थान के ऊन उद्योग
राजस्थान में भारत की लगभग 16.7 प्रतिशत भेंड़े पाली जाती है।
राजस्थान देश की लगभग 40 प्रतिशत ऊन उत्पादित करता है।
ऊन उत्पादन में राज्य का देश में प्रथम स्थान है जबकि दूसरा स्थान कर्नाटक का है।
बीकानेर में एशिया की सबसे बड़ी ऊन मण्डी स्थापित है।
ऊन विश्लेषण प्रयोगशाला बीकानेर में स्थित है।
जोधपुर में केन्द्रीय ऊन बोर्ड स्थापित किया गया है।
विदेशी ऊन आयात-निर्यात केन्द्र कोटा में स्थित है।
भेड़ ऊन का प्रशिक्षण संस्थान जयपुर में स्थित है।
ऊन प्रोसेसिंग हाऊस की स्थापना भीलवाड़ा में की गई है।
कम्प्यूटर एडेड कारपेट डिजाइन सेंटर जयपुर में खोला गया है।
'गलीचा प्रशिक्षण केन्द्र' बीकानेर में खोला गया है।
ऊनी कपड़े के धागे के 3 कारखाने भीलवाड़ा में है।
'वर्टेड स्पिनिंग मिल्स' लाडनूं में राजस्थान लघु उद्योग निगम का उपक्रम है।
राज्य में कुल ऊन उद्योग की बड़ी इकाईयां निम्नलिखित प्रकार से है-
*स्टेट वूलन मिल्स - बीकानेर
*जोधपुर वूलन मिल्स - जोधपुर
*वर्टेड स्पिनिंग मिल्स - चूरू
* राजस्थान वूलन मिल्स - बीकानेर
राज्य के शुष्क व अर्द्धशुष्क जिलों में ऊन का उत्पादन अधिक होता है।
राजस्थान के वनस्पति घी उद्योग
राज्य में सर्वप्रथम वनस्पति घी उद्योग की स्थापना सन् 1964 में भीलवाड़ा जिले में की गई।
राजस्थान में वनस्पति घी बनाने के 9 कारखाने हैभीलवाड़ा, जयपुर, टोंक, चितौड़गढ़, उदयपुर व गंगानगर आदि।
महाराजा वनस्पति घी और आमेर वनस्पति घी अच्छी साख वाला घी है।
निवाई में केसरी वनस्पति और दुर्गापुरा में रोहिताश वनस्पति घी का उत्पादन किया जाता है।
विश्वकर्मा क्षेत्र (जयपुर ) में स्थित वनस्पति तेल फैक्ट्री का . नाम 'वीर बालक' रख दिया गया है।
राजस्थान के प्रमुख कारखाने
राजस्थान के नमक उद्योग
नमक उत्पादन की दृष्टि से राज्य का भारत में चौथा स्थान है।
राजस्थान में भारत का लगभग 8.5 प्रतिशत नमक तैयार करता है।
झीलों से नमक उत्पादन करने में राजस्थान का देश में प्रथम स्थान है।
सांभर झील (जयपुर) देश का लगभग 8.7 प्रतिशत नमक उत्पन्न करती है।
वायु के प्रवाह द्वारा जो नमक बनाया जाता है, उसे रेशता नमक कहते है।
डीडवाना तथा पंचपदा में राज्य सरकार की देखरेख में नमक तैयार किया जाता है, जबकि सांभर में भारत सरकार की देखरेख में नमक तैयार किया जाता है।
सांभर साल्ट्स लि. सांभर (जयपुर) में यह उपक्रम केन्द्र सरकार का है।
'राजस्थान स्टेट केमिकल वर्क्स लि.' डीडवाना (नागौर) में यह राज्य सरकार का उपक्रम है।
राजस्थान स्टेट केमिकल्स वर्क्स लि.' में सोडियम सल्फेट व सोडियम सल्फाइड का निर्माण किया जाता है।
डीडवाना क्षेत्र में नमक निर्माण करने वाली छोटी संस्थाएं _ 'देवल संस्थाएं' कहलाती है।
'साबू सोडियम लि.' नमक परियोजना गोविन्द्री ग्राम (नागौर) में आयोडीन नमक उत्पादन करने की परियोजना है। .
क्यारियों में बना नमक 'क्यार' कहलाता है।
क्यारियों में डाला गया लवणीय पानी 'ब्राइन' कहलाता है।
आयोडाइज्ड नमक के कारखाने पंचभद्रा व डीडवाना में लगाये गये है।
पंचभद्रा में खारवाल जाति के लोग नमक उत्पादन का कार्य करते है।
राजस्थान के रासायनिक उद्योग
'राजस्थान स्टेट केमिकल्स वर्क्स लि.' डीडवाना ( नागौर) में है।
जैव उर्वरक खाद कारखाना भरतपुर में है।
यह राजस्थान का प्रथम जैव उर्वरक कारखाना है।
'श्रीराम फटीलाइजर्स' कोटा में स्थापित किया गया है।
यह निजी क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
देबारी ( उदयपुर ) के जिंक स्मेल्टर से रासायनिक खाद का उत्पादन किया जा रहा है।
खेतड़ी कॉपर प्रोजेक्ट के अंतर्गत भी रासायनिक खाद का उत्पादन किया जा रहा है।
गड़ेपान (कोटा) में भी रासायनिक खाद बनाने के संयंत्र की स्थापना की गई है।
'ज्योति ट्रिपल खाद कारखाना' खेतड़ी ( झुंझुनूं) में स्थापित किया गया है।
'सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट' अलवर में स्थापित किया गया है।
'शुष्क अमोनिया सल्फेट उर्वरक संयंत्र' चितौड़गढ़ में स्थापित किया गया है।
'चम्बल फर्टीलाइजर्स एण्ड केमिकल इण्डस्ट्रीज' यह गडेपान (कोटा) में स्थापित किया गया है।
यह निजी क्षेत्र देश का सबसे बड़ा रासायनिक खाद कारखाना है।
'दी राजस्थान एक्सप्लोसिव एण्ड केमिकल लि.' कारखाना धौलपुर में स्थापित किया गया है।
'मोदी एल्केलाइन एण्ड केमिकल लि.' उद्योग अलवर में स्थापित किया गया है।
राजस्थान के इंजीनियरिंग उद्योग
'कैप्सटन मीटर कम्पनी' की स्थापना जयपुर व पाली में की गई ।
इस कंपनी के द्वारा पानी के मीटर तैयार किया जाता है।
'जयपुर मैटल्स' जयपुर में है।
इसमें बिजली के मीटर बनते है।
सिमको वैगन फैक्ट्री' की स्थापना भरतपुर में की गई है।
इसमें रेल के डिब्बे बनते है।
'मान इण्डस्ट्रीयल कॉर्पोरेशन' जयपुर में स्थापित है।
लोहे के टावर तथा इमारती खिड़कियां इसी से बनाये जाते है।
हिन्दुस्तान मशीन टूल्स (एच.एम.टी.) अजमेर में है।
केन्द्र सरकार का यह उपक्रम चेकोस्लोवाकिया के सहयोग से स्थापित किया गया है।
इसमें घड़ी व यंत्रों का निर्माण किया जाता है।
इन्स्ट्रमेण्टेशन लि. कोटा में है।
केन्द्र सरकार के इस उपक्रम में मशीनों का निर्माण होता है।
* राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रमेण्टेशन लि. कनकपुरा (जयपुर) में है।
यह उपक्रम केन्द्र सरकार का है।
राजस्थान में इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन जयपुर में है।
इसमें टी.वी.सेट्स का निर्माण किया जाता है।
* 'नेशनल इंजीनियरिंग इण्डस्ट्रीज' जयपुर में है।
यह कारखाना एशिया का बियरिंग निर्माण का सबसे बड़ा कारखाना है।
हिन्दुस्तान जिंक लि.- देबारी (उदयपुर) में यह केन्द्र सरकार का उपक्रम है।
हिन्दुस्तान कॉपर लि.- खेतड़ी (झुंझुनूं) में यह केन्द्र सरकार का उपक्रम है।
राजस्थान टेलीफोन लि.- भिवाड़ी (अलवर) में है।
'हाईटेंशन इंसुलेटर्स' आबू रोड़ (सिरोही) में है।
'अरावली स्वचालित वाहन लि.' अलवर जिले में है।
लैलेण्ड ट्रक कारखाना अलवर जिले में स्थित है।
'लोको एवं कैरिज कारखाना' अजमेर में है।
इसमें वेगन मरम्मत व मालगाड़ी के वेगनों का निर्माण होता है।
देश का प्रथम लोको इंजन इसी कारखाने में बनाया गया था।
'वेगन इण्डस्ट्रीज' कोटा में है।
इसमें ब्रॉडगेज के वेगन बनाये जाते है।
लघु उद्योगों के विकास के लिए 'राजसीको' की स्थापना की गई है।
औद्योगिक परामर्श हेतु 'राजकोन' का गठन किया गया है।
प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए 'आर्थिक विकास बोर्ड' का गठन किया गया है।
प्रवासी राजस्थानी उद्योगपतियों को आकर्षित करने हेतु 'राजस्थान फाउण्डेशन' का गठन किया गया है।
केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियान्त्रिकी अनुसंधान संस्थान (CEERI) की स्थापना (पिलानी-झुंझुनूं) में की गई है।
राष्ट्रीय काष्ठ तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना जोधपुर में की गई है।
पॉवरलूम सर्विस सेंटर की स्थापना राज्य में भीलवाड़ा व किशनगढ़ में की गई है।
राजस्थान की प्रथम औद्योगिक नीति 1978 में बनाई गई।
राजस्थान की प्रमुख उद्योगिक संस्थाए
राजस्थान के उद्योग से सबंधित प्रश्न
राजस्थान में प्रथम चीनी उद्योग कहां स्थापित किया गया - थाभोपाल सागर। (टैक्स एसि.-2015 ,एलडीसी-2011)
टायर ट्यूब बनाने का राज्य का सबसे बड़ा कारखाना कहां स्थित है- कांकरोली-राजसमंद। (राइसेम-2015, ग्रेड तृतीय-2013)
राजस्थान के किस जिले में कांच उद्योग स्थापित हुआ है - धौलपुर। (पीटीआई ग्रेड तृतीय , ग्रेड द्वितीय-2015)
सिमको प्राथमिक रूप से रेल्वे वैगन के निर्माण के व्यवसाय में 1957 को लगी हुई है। राजस्थान में इसका कारखाना कहां स्थित है - भरतपुर (आरएसआरटीसी एलडीसी-2013, ग्रेड तृतीय-2013)
राजस्थान के किस स्थान पर हैण्ड ब्लॉक प्रिंटिंग एवं क्राफ्ट के लिए प्रथम टेक्सटाइल पार्क का उद्घाटन किया गया - जयपुर। (आरएसआरटीसी-2013)
कौनसा शहर 'तलवार' निर्माण के लिए प्रसिद्ध है- सिरोही (बीएसटीसी-2014)
महिन्द्रा समूह द्वारा राजस्थान में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) किस शहर में स्थापित किया गया- जयपुर।(ग्रेड तृतीय-2013)
दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कोरीडोर प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में विकसित किया जा रहा है- खुशखेड़ा-भिवाड़ी तथा नीमराना को। (ग्रेड प्रथम-2014)
कौनसी बाहरी एजेंसी दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कोरिडोर परियोजना के लिए वित्तीय मद्द प्रदान कर रही है- जापान सरकार। (एईन-2013)
औद्योगिक संभावनाओं के आधार पर राजस्थान के कौनसे जिले 'ए' श्रेणी के अंतर्गत आते है- उदयपुर, अलवर, कोटा, भीलवाड़ा। (ग्रेड द्वितीय-2014)
राजस्थान में सीमेंट उत्पादन में प्रमुख जिले है- चितौड़गढ, उदयपुर, प्रतापगढ़ एवं बाँसवाड़ा। (ग्रेड द्वितीय-2014)
सेंट गोबेन कंपनी का उत्पाद है - ग्लास (भिवाड़ी, - अलवर)। (ग्रेड तृतीय-2013)
राजस्थान के कौनसे क्षेत्र में रेलवे कोच संयंत्र स्थापित किया जायेगा- भीलवाड़ा-गुलाबपुरा। (ग्रेड तृतीय-2013)
राजस्थान के भिवाड़ी जिले में स्थित कहरानी किस लिए सुर्खियों में था- सेंट गोबेन ग्लास फैक्ट्री की इकाई की स्थापना के कारण। (आरएसआरटीसी एलडीसी-2013)
राजस्थान में एक नया उद्योग स्थापित करने के लिए राजस्थान उद्यम एकल खिड़की सामर्थ्यकारी और अनुज्ञापन अधिनियम, 2011 के तहत् विनियोग के प्रस्ताव की सीमा क्या है - 1 करोड़ रूपये से अधिक।(आरपीएससी एलडीसी-2014)
किस औद्योगिक क्षेत्र को 'जापानी जोन' के नाम से जाना जाता है- नीमराना (अलवर)। (आरपीएससी एलडीसी 2014)
राजस्थान स्टेट केमिकल वर्स उद्योग स्थित है- डीडवाना। (आरएएस प्री-2013)
राजस्थान की पहली औद्योगिक नीति किस वर्ष में अपनाई गई-1978 (ग्रेड तृतीय-2013)
राजस्थान राज्य हथकरघा विकास निगम लि. की स्थापना कब की गई-1984 (ग्रेड तृतीय-2013)
आरएफसी का आशय है- राजस्थान वित्त निगम । (ग्रेड तृतीय-2013)
चम्बल फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स इंडस्ट्रीज कहां स्थापित है- गड़ेपान (कोटा)।(आरपीएससी-2004)
राजस्थान में सर्वप्रथम सन् 1964 में वनस्पति घी उद्योग कहां स्थापित किया गया- भीलवाड़ा में। (ग्रेड तृतीय-2013, आरपीएससी जू.अ.-1994)
सिलिका सैण्ड को मुख्यतः प्रयुक्त किया जाता है- कांच उद्योग में। (ग्रेड तृतीय-2013)
राजस्थान, भारत में किस बहुमूल्य पत्थर के उत्पादन में एकाधिकार रखता है- तामड़ा। (स्टेनो-2012)
स्पाइस पार्क कहां पर विकसित किया जायेगा - रामगंजमण्डी (कोटा) (पटवार-2011)
राज्य में बिजली के मीटर बनाने के लिए प्रसिद्ध फैक्ट्री है - जयपुर मेटल्स एण्ड इलेक्ट्रीकल्स, जयपुर। (पटवार-2011)
वृहत् एवं मध्यम उद्योगों की सर्वाधिक इकाईयों वाले जिले कौनसे है- अलवर-जयपुर। (ग्राम सेवक-2011)
लाख का सर्वाधिक काम होता है- जयपुर में। (ग्रेड तृतीय-2013, पटवार-2011)
हिन्दुस्तान मशीन टूल्स कहां स्थित है- अजमेर ।(एलडीसी 2011)
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र किस जिले में है- अलवर। (एलडीसी-2011)
राजस्थान 'एयर कार्गो' कॉम्पलेक्स स्थित है- सांगानेर जयपुर। (पटवार-2011)
राजस्थान में इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र कहां स्थापित किया गया है- लेदर कॉम्पलेक्स के रूप में। (आरएएस प्री-1998)
राजस्थान की औद्योगिक अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में जिस निगम का सर्वाधिक योगदान रहा है, वह निगम है - रीको। (टीआरए-1994)
राजस्थान के प्रमुख नगरों के आधारभूत विकास के लिए जो अभिकरण अपना दायित्व निर्वहन कर रहा है, वह है- राजस्थान अरबन इन्फ्रास्ट्रकचर डवलपमेंट प्रोजेक्ट। (आरपीएससी-2007)
राजस्थान राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स को स्थापित किया गया- कपासन, चितौड़गढ। (आरएएस प्री-2007)
आर्थिक मामलों में सुधार के लिए सलाह देने हेतु राजस्थान सरकार ने एक संगठन का गठन किया है। इस संगठन का नाम है- आर्थिक नीति एवं सुधार परिषद्। (आरएएस प्री-2009)
राजस्थान के उपनिवेश का मुख्य कार्य है- भूमि आवंटन करना। (आरएएस प्री-2009)
भारत सरकार का उपक्रम इन्स्टुमेन्टेशन लिमिटेड कहां स्थित है- कोटा। (ग्रेड तृतीय-2013, एलडीसी -2011)
जयपुर स्थित आई टी पार्क किस नाम से जाना जाता है- महेन्द्र वर्ल्ड सिटी। (ग्रेड द्वितीय संस्कृत-2010, ग्रेड द्वितीय वि.-2010)
राज्य में औद्योगिक नमक के उत्पादन हेतु कारखाने कहां लगाये गये है- पंचपदा तथा डीडवाना में (आरएएस-1994)
राजस्थान में तीव्र विकास हेतु कौनसी नीति व्यवहार में अपनाई गई है- सार्वजनिक-निजी सहभागिता (लेखाकार-2010)
पंचपद्रा में किस वस्तु का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जाता है- नमक। ( राज पुलिस-2008)
छांतों के लिए प्रसिद्ध है- फालना-पाली। (ग्राम सेवक-2008)
'राजस संघ' का कार्य है- लघुवन उपज का संग्रह। (ग्रेड द्वितीय संस्कृत-2010)
विश्व में पन्ने की सबसे बड़ी मण्डी है- जयपुर। (ग्रेड द्वितीय संस्कृत-2010)
राजस्थान में होने वाले निर्यातों में प्रमुख स्थान है- जैम एवं ज्वैलरी। ( ग्राम सेवक परीक्षा-2008)
राजस्थान वित्त निगम की स्थापना कब हुई- 17 जनवरी 1955 (ग्राम सेवक-2008, आरएएस-1998)
हिंदुस्तान सांभर साल्ट जिसके द्वारा संचालित है वह है- केन्द्रीय सरकार। (आरएएस प्री-2000)
राजस्थान जनजाति क्षेत्रीय विकास सहकारी संघ की स्थापना जिस वर्ष में की गयी वह है- 1976 (आरएएस प्री-2000)
सीतापुरा, जयपुर क्यों प्रसिद्ध है- पहला निर्यात संवर्द्धन प्रोत्साहन औद्योगिक पार्क । (ग्रेड तृतीय-2013,
पीआरओ-2004)
राजस्थान में शक्कर उद्योग केन्द्रों का सही समुच्चय है - गंगानगर, भोपालसागर, केशोरायपाटन। (आरएएस प्री-2000)
राजस्थान में 'राजपूताना महिला नागरिक सहकारी बैंक' ने किस शहर एवं तिथि से कार्य प्रारंभ किया वह है- जयपुरः 30 अगस्त 1995 (आरएएस प्री-2007)
कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए संस्थागत वित्त की व्यवस्था की समीक्षा के लिए शिवरमण की अध्यक्षता में बनी समिति का प्रतिवेदन जाना जाता है- क्रेफि कार्ड रिपोर्ट से।(आरएएस प्री-2007)
1978 में राजकोन' की स्थापना का उद्देश्य है- लघु उद्यमियों को विपणन प्रबंधकीय एवं तकनीकी मद्द। ( आरएएस प्री-2000)
भारत में सीमेंट के उत्पादन में राजस्थान का स्थान है- प्रथम। (जेएमआरसी-2012)
राजस्थान में सफेद सीमेंट के कारखाने स्थित है- खरियाजोधपुर, गोटन-नागौर प्रसिद्ध । (टीआरए-1994)
राजस्थान का कौनसा शहर सीमेंट का सबसे बड़ा उत्पादक है- चितौड़गढ। (आरएएस प्री-2003)
राजस्थान का कौनसा शहर सफेद सीमेंट के लिए प्रसिद्ध है- गोटन(नागौर)। (आरएएस-1999)
निम्बाहेड़ा प्रसिद्ध है- सीमेंट उत्पादन के लिए-जे के सीमेंट। (ग्रेड द्वितीय-गणित, संस्कृत-2010)
राजस्थान में सर्वप्रथम सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना हुई - लाखेरी में। ( ग्रेड द्वितीय-अंग्रेजी-2010)
हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड की स्थापना कहाँ और किसकी सहायता से की गई- खेतड़ी। (ग्रेड तृतीय-2013, कृषि पर्य-2012)
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड उद्योग को कच्चा माल कहाँ से उपलब्ध होता है- खेतड़ी से। (एलडीसी-2011)
राजस्थान में तांबे की खानें कहाँ है- खेतड़ी।(बीएसटीसी-2009, राजपुलिस-2008)
वर्तमान हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड का पूर्ववर्ती नाम क्या था- मेटल कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया।(आरएसआरटीसी एलडीसी-2013)
चंदेरिया सीसा जस्ता प्रदावक किस जिले में स्थित है- चितौड़गढ। (एलडीसी-2011)
हिंदस्तान जिंक प्लांट किस जिले में स्थित है- उदयपुर। ( वनरक्षक-2013, आरएसआरटीसी एलडीसी-2013 , बीएसटीसी-2009)
राजस्थान में सीसा-जस्ता संयंत्र के उत्पादन से संबंधित क्षेत्र है- जावर। ( ग्राम सेवक-2008)
राजस्थान में केन्द्रीय सरकार द्वारा संचालित कारखना है- हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर। (आरएएस प्री-1993)
कारखाना अधिनियम 1948 का कौनसा अनुच्छेद कारखाने में प्रकाश तथा वातन से संबंधित है - 17 ( नगर परिषद परीक्षा - 2016)
नीमरा औद्योगिक क्षेत्र में किस जापानी कंपनी की इकाई की स्थापना के लिए RIICO द्वारा हस्ताक्षरित MoU के अनुसार, कंपनी को भूमि आवंटित की गई है -मित्सुबिशी। (नगर परिषद परीक्षा - 2016)
BIDI से क्या तात्पर्य है- आधारभूत संरचना विकास निवेश बोर्ड। ( नगर परिषद परीक्षा - 2016 )
जोधपुर का सबसे बड़ा उद्योग कौनसा है - हस्तकारी। परिषद परीक्षा - 2016)
RIDCOR का क्या अर्थ है- रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी ऑफ राजस्थान लिमिटेड़। ( नगर परिषद पर 2016)
राजस्थान सहकारी डेरी संघ, शीर्ष निकाय की स्थापना किस वर्ष में की गई थी - 1977 ( नगर परिषद परीक्षा 2016)
राजस्थान में भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (STRI) कहाँ पर है - जयपुर। ( नगर परिषद परीक्षा - 2016)
RIICO ने अपने द्वारा विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योगों के लिए भूखण्डों को आवंटित किया है। जो नए औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया जाएगा, उसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के लिए भूखण्डो का कितना प्रतिशत आरक्षित किया जाएगा -30 प्रतिशत । ( नगर परिषद परीक्षा - 2016 )
टैक्सटाइल विकास कार्यक्रम के एक अंग-राजस्थान धरोहर सप्ताह का आयोजन राजस्थान के किस शहर में किया जाएगा - जयपुर । ( नगर परिषद परीक्षा - 2016 )
निम्न में से कौन परियोजना की सर्वाधिक स्वीकृति के लिए राज्य के सारी संवाद करने के लिए उद्यमियों के लिए एकल बिन्दु संवाद प्रणाली के रूप में परिचालित है- सिंगल विंडो सिस्टम। ( नगर परिषद परीक्षा - 2016 )
डेजर्ट नेशनल पार्क मरूस्थलीय पारितंत्र के सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक है। यह राजस्थान में कहाँ स्थित है - जैसलमेर। ( नगर परिषद परीक्षा - 2016)
विश्व में निर्यात, उत्पादन और उपभोग में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारत का स्थान क्या है - 5 (नगर परिषद परीक्षा - 2016)
RUIFDCO का क्या अर्थ है - राजस्थान अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर फिनांस डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड। ( नगर परिषद परीक्षा - 2016)
भारत में कितनी खानों में स्खनिज उत्पादन (लमु खनिजों, पोट्रोलियम (कच्या) प्राकृतिक गैस और परमाणुविक खनिजों कोहोड़कर) होता है-3318 (नगर परिषद परीक्षा-2016)
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